शब्द का अर्थ
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					खली (लिन्)					 :
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					वि० [सं० खल+इनि] जिसमें तलछट हो। पुं० १. शिव। २. एक प्रकार के दानव जिन्हें वशिष्ट देव ने मारा था। स्त्री० तेलहन का वह अंश जो उसे पीसकर तेल निकालने पर बच रहता और गौओं-भैसों आदि को भूसे में मिलाकर खिलाया जाता हैं। वि० [हिं० खलना] खलने या खटकनेवाला। अनुचित और अप्रिय।				 | 
			 
			
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				समानार्थी शब्द- 
				उपलब्ध नहीं				 | 
				
			 
			
				 
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